सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे खास माना जाता है। इस पावन समय में हर तरफ “हर हर महादेव” की गूंज सुनाई देती है। हमारी इस पोस्ट में आपको कुछ ऐसी भावनाओं से भरी सावन महादेव शायरी पढ़ने को मिलेगी जो दिल को छू जाती हैं। ये शायरियाँ शिव भक्तों की आस्था और प्रेम को दर्शाती हैं। अगर आप भी भोलेनाथ के सच्चे भक्त हैं, तो ये शायरी आपके मन को शांति और भक्ति से भर देगी।
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1.
हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा है सावन,
भोले की भक्ति में भीग गया है मेरा मन।

2.
सावन आया है लेकर भोले की पावन याद,
हर दिल बोले बम-बम, हर जुबां करे जयकार।
3.
सावन की फुहारों में है शिव की मधुर बात,
हर बूंद में बसा है भोले का आशीर्वाद।
4.
सावन में शिव का नाम ऐसा बरसे,
जैसे अमृत से जीवन हर एक तरसे।
जय शिव शंकर, भोलेनाथ!
5.
कांधे पे डमरू, गले में सर्पराज,
सावन में बसते हैं मेरे भोलेनाथ।
6.
ना तीरथ की जरूरत है, ना यात्रा की पहचान,
जहाँ सावन बरसता है, वहीं होते हैं शिव भगवान।

7.
भोले के दर पे जो सर झुकाता है,
सावन उसका भाग्य बदल जाता है।
8.
सावन की फुहारों में, महादेव की बारात आई,
जो भी डूबा श्रद्धा में, उसकी मनोकामना पूरी हुई।
9.
सावन के महीने में, जब बादल गरजते हैं,
शिवजी की ज्योतिर्लिंग पर, लाखों दीप जलते हैं।
10.
बूंद-बूंद में शिव का नाम, सावन में बरसे प्रेम,
जो भी चढ़ाएगा बेलपत्र, उस पर होगी भोलेनाथ की कृपा।
11.
सावन की सुगंधित हवा, लेकर आती है प्यार,
शिवजी के चरणों में, बस जाता है संसार।
12.
ओम नमः शिवाय का जाप, सावन में हो जाए अनंत,
भक्ति की डोर थाम लो, महादेव हैं साथ।
13.
सावन आया, मन प्रफुल्लित हुआ,
शिव के ध्यान में जीवन धन्य हुआ।

14.
जलाओ दीप, गाओ शिव का गुणगान,
सावन में पाओ भोले का आशीर्वाद।
15.
सावन आया, मेरा मन डोला,
शिव का नाम ले, दिल बोला…
“हर-हर महादेव!”
16.
बादल गरजे, बिजली चमके,
शिवजी के भक्त निशानी जगमगाए…
जय भोलेनाथ!
17.
धरती पर उतरा सावन का रंग,
शिवालय में गूँजा डमरू का संग…
ॐ नमः शिवाय!
18.
बेलपत्र चढ़ाऊँ, जल से स्नान करूँ,
महादेव की कृपा से मन का अंधियारा मिटाऊँ…
19.
नीलकंठ की जय बोलो,
जटाधारी की जय बोलो…
सावन सुहाना, शिव का दीवाना!
20.
रुद्राक्ष की माला ले कर,
नाम जपूँ शिव का…
सावन में पावूँ शांति, मिले मोक्ष का मार्ग।
21.
सावन की फुहारों में,
छुपा है शिव का प्यार…
जो डूबा भक्ति में, उसका उद्धार!